फेक न्यूज रोकने के लिए वॉट्सएप की टेस्टिंग शुरू, एक बार में सिर्फ 5 यूजर को मैसेज जाएगा; अभी तक अनलिमिटेड भेज सकते
- सरकार ने एक दिन पहले ही वॉट्सऐप को दूसरा नोटिस दिया था
- सरकार ने वॉट्सऐप से अफवाह और भड़काऊ मैसेज रोकने के तरीके ढूंढने को कहा है
गैजेट डेस्क. फेक न्यूज और अफवाहों पर केंद्र सरकार के सख्त रुख के बाद वॉट्सएप ने नए फीचर की टेस्टिंग शुरू कर दी है। वॉट्सएप ने शुक्रवार को ब्लॉग पोस्ट में बताया कि इस फीचर के आने पर किसी मैसेज, फोटो या वीडियो को एक बार में सिर्फ 5 यूजर या 5 चैट ग्रुप में ही फॉरवर्ड किया जा सकेगा। मैसेजिंग एप से फॉरवर्ड बटन को हटाने की भी तैयारी चल रही है। अभी तक मैसेज फॉरवर्ड करने की संख्या पर कोई पाबंदी नहीं है।
केंद्र सरकार ने फेक न्यूज अौर अफवाहों पर रोक लगाने के लिए गुरुवार को वॉट्सएप को तीन सप्ताह के भीतर दूसरा नोटिस दिया था। सरकार ने कहा था कि भड़काऊ संदेशों के स्रोत को लेकर सोशल मैसेजिंग एप अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से नहीं बच सकती। उसे स्रोत की जानकारी देना होगी। नोटिस में सरकार ने वॉट्सएप से ज्यादा प्रभावी समाधान बताने को कहा है, ताकि अफवाह और भड़काऊ मैसेज भेजने वाले लोगों को पकड़ा जा सके और उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। सरकार ने वॉट्सएप के जवाब पर असंतोष जताया था।
इस विधानसभा चुनावों में नए टूल का इस्तेमाल होगा : वॉट्सऐप अपने फेक न्यूज वेरिफिकेशन टूल 'Verificado' को इस साल के आखिरी में होने वाले मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल करेगा। इसके बाद इसे 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इस्तेमाल किया जाएगा ताकि वोटिंग पर फेक न्यूज का असर न पड़े।
मैक्सिको में हुआ था इसका इस्तेमाल : वॉट्सऐप के इस टूल का इस्तेमाल जून में मैक्सिको में हुए आम चुनाव में किया गया था। इसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी से मैसेज को स्कैन किया जाता है और उसके फैक्ट को चेक किया जाता है। अगर फैक्ट में गलती दिखाई देती है तो उसे फिल्टर कर प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाता है।
बीते 20 दिनों में वॉट्सएप और फेक न्यूज को लेकर क्या हुआ?
तारीख | क्या हुआ? |
1 जुलाई | महाराष्ट्र के धुले जिले के राइनपाड़ा गांव में वॉट्सएप पर अफवाह फैली कि बच्चों का ध्यान रखें, कुछ लोग बच्चा चोरी करने के लिए घूम रहे हैं। इसके बाद इलाके में घूम रहे पांच अनजान लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। |
3 जुलाई | आईटी मंत्रालय ने वॉट्सएप को चेतावनी देते हुए अफवाहों पर रोक लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। सरकार ने कहा कि 'लॉ एंड ऑर्डर मशीनरी अपना काम कर रही है, पर वॉट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अफवाहें फैलाने के लिए हो रहा है। यह चिंताजनक है। |
4 जुलाई | वॉट्सएप ने एक बयान में कहा- भारत में मॉब लिंचिंग के बढ़ते मामले डराने वाले हैं और इसके लिए हम अपने प्लेटफॉर्म में सुधार करेंगे। l |
10 जुलाई | वॉट्सएप ने अखबारों में विज्ञापन देकर 10 प्वॉइंट्स के जरिए फेक न्यूज से बचने के तरीके बताए। |
11 जुलाई | वॉट्सएप ने नया फीचर लॉन्च किया। इससे पता चलेगा कि मैसेज सेंडर ने ही लिखा है या फिर इसे अफवाह फैलाने के मकसद से फॉरवर्ड किया गया। मैसेज के ऊपर 'फॉरवर्डेड लेबल' जोड़ा गया। |
19 जुलाई | सरकार ने वॉट्सएप को दूसरा नोटिस देकर कहा कि अगर फेक न्यूज और अफवाहें रोकने के लिए सख्त कदम नहीं उठाए तो कानूनी कार्रवाई होगी। |
20 जुलाई | वॉट्सऐप ने ब्लॉग पोस्ट के जरिए फॉरवर्ड मैसेज की लिमिट तय करने की बात कही। |
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